तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता का सोमवार देर रात एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए राजाजी हॉल में रखा गया है जहां 'अम्मा' को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजाजी हॉल में हदृयविदारक दृश्य देखने को मिल रहे हैं। शोकाकुल सैकड़ों महिलाएं अपनी छाती पीट रही हैं और लगातार विलाप रही हैं। 'क्रांतिकारी नेता अमर रहे' और 'अम्मा....अम्मा' के नारों के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं ने सुश्री जयललिता के पार्थिव शरीर को लाने वाली एम्बुलेंस पर भी फूल चढ़ाये।राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के मद्देनजर मंगलवार से सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। केंद्र सरकार ने भी एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। अपोलो अस्पताल ने एक वक्तव्य में बताया कि 68 वर्षीय जयललिता को रविवार की शाम गंभीर दिल का दौरा पड़ा था और रात साढ़े ग्यारह बजे उनका निधन हो गया। उन्हें गत 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में बुखार और निर्जलीकरण की शिकायत के बाद भर्ती कराया था और उसके बाद वह कभी उबर नहीं सकीं। उनके निधन की घोषणा के दो घंटे बाद तेजी से राजनीतिक परिवर्तन के तहत उनके
वफादार ओ पनीरसेल्वम को राजभवन में एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। पूर्ववर्ती जयललिता मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई फिल्म जगत की शख्सियतों ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया। जयललिता के साथ अच्छे राजनीतिक संबंध साझा करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह उनके निधन से बेहद दुखी हैं और इसने भारतीय राजनीति में भारी रिक्ति पैदा की है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा उन अनगिनत अवसरों को संजोकर रखूंगा जब मुझे जयललिताजी से संवाद करने का अवसर मिला। उनकी आत्मा को शांति मिले।